Gore Rang Pe Itna Gumaan Na Kar
Lata Mangeshkar, Kishore Kumar
गोरे रंग पे ना इतना गुमान कर
गोरा रंग दो दिन में ढल जायेगा
गोरे रंग पे ना इतना गुमान कर
गोरा रंग दो दिन में ढल जायेगा
मैं शमा हूँ तू है परवाना
मैं शमा हूँ तू है परवाना
मुझसे पहले तू जल जायेगा
गोरे रंग पे ना इतना गुमान कर
गोरा रंग दो दिन में ढल जायेगा
हो रूप मिट जाता है
ये प्यार ऐ दिलदार नहीं मिटता
हो, फूल मुरझाने से
गुलज़ार ओ सरकार नहीं मिटता
हो रूप मिट जाता है
ये प्यार ऐ दिलदार नहीं मिटता
क्या बात कही है होय तौबा
क्या बात कही है ओये तौबा
ये दिल बेईमान मचल जायेगा
हो, गोरे रंग पे ना इतना गुमान कर
गोरा रंग दो दिन में ढल जायेगा
हो, आपको है ऐसा इनकार तो ये प्यार यहीं छोड़ो
हो, प्यार का मौसम है, बेकार की तकरार यहीं छोड़ो
ओ, आपको है ऐसा इनकार तो ये प्यार यहीं छोड़ो
हाथों मे हाथ ज़रा दे दो
हाथों मे हाथ ज़रा दे दो
बातों में वक्त निकल जायेगा
मैं शमा हूँ तू है परवाना
मुझसे पहले तू… अपूर्वा -विनीत गोयल के विवाहोत्सव पर आलोक सदन शामगढ़ पर आयोजित "दामोदर महिला संगीत" के अंतर्गत अल्पना-विनोद चौहान झाबुआ की अप्रतिम प्रस्तुति.
दर्जी समाज की विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली वेब साईट -Dr.Dayaram Aalok,M.A.,Ayurved Ratna,D.I.Hom(London) अध्यक्ष: अ.भा.दामोदर दर्जी महासंघ, पता-14,जवाहर मार्ग,शामगढ:99265-24852
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
-
दर्जी वस्त्र सीने की विशिष्ट योग्यता रखने वाला व्यक्ति होता है। वह व्यक्ति के शरीर की माप के अनुसार कपड़ा सीकर उसे वस्त्र का रूप देता है। दर...
-
राठोड़ राजपूतों की उत्तपति सूर्यवंशी राजा के राठ (रीढ़) से उत्तपन बालक से हुई है इसलिए ये राठोड कहलाये, राठोडों की वंशावली मे उनकी राजधानी...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें