मित्रों,जो वेबसाइट किसी भी जाती समुदाय पर आधारित होती हैं उनकी पाठक संख्या बेहद कम होती हैं ,लेकिन दामोदर वंशीय नए गुजराती दर्जी समाज की website की अब तक की पाठक संख्या चार लाख बीस हजार छे सौ उनसाठ हो चुकी है । इतनी जबरदस्त पाठक संख्या से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि "दरजी समाज सन्देश " https://damodarjagat.blogspot.com वेबसाइट को दुनिया भर में दर्जी समुदाय के लिए सामाजिक सूचनाओं के विश्वसनीय स्रोत के रूप में मान्यता मिल रही है. नए गुजराती दामोदर वंशीय दर्जी समाज की संख्या केवल 5 हजार के आस पास है । लेकिन विश्व में बसे सभी जगह के पीपा क्षत्रीय दरजी ,नामदेव दर्जी ,सौरठिया दर्जी ,देसाई दर्जी ,दक्षिणी राज्य कर्नाटक में दारजी हैं। इन्हें भावसार क्षत्रिय, चिप्पी, नामदेव सिम्पी और शिम्पी भी कहा जाता है और इनके उपनाम भी हैं,जैसे पिस्से, वेड, काकाडे और सन्यासी,मारवाड़ी दर्जी , शिंपी (दर्जी) समाज ,दामोदर वंशीय जूना गुजराती दर्जी, साई सुई सुथार दर्जी, और मुस्लिम दर्जी ईदरिस के बीच भी यह वेबसाइट बहुत लोकप्रिय है.
उक्त वेब साईट देसाई साई सुथार दरजी समाज की है .इसकी पाठक संख्या १७८८८० है.(अपडेटेड ३/२/२०२४)
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* पीपा वंशीय दरजी समाज की वेबसाइट
https://darjirajput.blogspot.com/
उक्त वेबसाइट की पाठक संख्या 8447 के लगभग है. (updated 3/2/2024)
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*दामोदर वशी जुना गुजराती दरजी समाज की वेबसाइट
https://darjisamajbng.wordpress.com/blog/
उक्त वेबसाइट पर टेकचंद जी महाराज के फोटो पोस्ट किये हुए हैं .लेकिन इस वेबसाइट पर दरजी समाज से सम्बंधित जानकारी के लेख नहीं हैं.
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उक्त वेबसाइट सोरठिया दरजी समाज की है .यह समाज अहमदाबाद और आस पास क्षेत्रों में बसा हुआ है.
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ज्ञातव्य है की भारत में दर्जी जाती की संख्या ३ करोड़ २५ लाख है.
-डॉ दयाराम आलोक :अध्यक्ष दामोदर महासंघ
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