राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हरनावदा के लिए
समाज सेवी डॉ.दयाराम जी आलोक द्वारा
सीमेंट बेंचें समर्पित
हरनावदा गांव के विध्यालय को समाज सेवी डॉ. दयाराम आलोक जी की ओर से चार सिमेन्ट की बेंचें दान मिलना एक प्रेरणादायक कार्य है। यह न केवल विध्यालय की सुविधाओं को बढ़ाता है, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान भी है।
विध्यालय की विशेषताएं:
- राजकीय उच्च माध्यमिक विध्यालय
- माँ सरस्वती का मंदिर
- विभिन्न प्रजाति के पौधे पुष्पित पल्लवित
- शुद्ध वातावरण
- गोपाल जी व्यास के प्रयासों से सुविधाएं
डॉ. दयाराम आलोक जी का दान:
- चार सिमेन्ट की बेंचें माँ सरस्वती के चरणों में समर्पित
- शिलालेख स्कूल की दीवार पर स्थापित
- दान की भावना जागृत करने का काम
यह कार्य शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान है और समाज में दान की भावना को बढ़ावा देता है।
'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः' - यह मंत्र माँ सरस्वती की शक्ति और ज्ञान की देवी को दर्शाता है, जो हमें ज्ञान और शिक्षा की प्रेरणा देती है
समाजसेवी
आद्यात्मिक दान-पथ
साहित्य मनीषी डॉ.दयाराम जी आलोक राजस्थान और मध्यप्रदेश के मंदसौर,आगर नीमच ,झालावाड़ ,रतलाम और झाबुआ जिलों के मंदिरों ,मुक्ति धाम और गौशालाओं में निर्माण व विकास हेतु नकद और आगंतुकों के बैठने हेतु सीमेंट की बेंचें दान देने का अनुष्ठान संपन्न कर रहे हैं.
डॉ.आलोक जी एक सेवानिवृत्त अध्यापक हैं और वे अपनी 5 वर्ष की कुल पेंशन राशि दान करने के संकल्प के साथ आध्यात्मिक दान-पथ पर अग्रसर हैं . 151 से अधिक संस्थानों में बैठक व्यवस्था उन्नत करने हेतु सीमेंट बेंचें और रंग रोगन के लिए नकद दान के अनुष्ठान में आपकी वो राशि भी शामिल है जो google कंपनी से उनके ब्लॉग और You tube पर विडियो से प्राप्त होती है| समायोजित दान राशि और सीमेंट बेंचें पुत्र डॉ.अनिल कुमार राठौर "दामोदर पथरी अस्पताल शामगढ़ "के नाम से समर्पित हो रही हैं.
यूट्यूब विडिओ की प्लेलिस्ट -
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