4.10.20

सामाजिक कार्यों मे दर्जी समाज का सहयोग


 दर्जी मित्रों,पिछले कुछ माह से दर्जीसमाज के लोगों के पूर्वजों की जानकारी संगृह करने के कार्य मे अग्रसर हूँ|

जानकारी का उद्गम,स्रोत क्या है ?
सभी जानकारी आप लोगों से ही पूछताछ कर संगृहीत करता हूँ|इसमे कई वर्ष लग जाते हैं|कुछ जानकारी गलत भी बता देते हैं तो बाद मे पता चलने पर सुधार कर लेता हूँ |कुछ लोग पूर्वज पुरुषों के नाम तो बता पाते हैं लेकिन उनकी पत्नियों का नाम और पीहर का नाम नहीं बता पाते|यहाँ मुझे कुछ मुश्किल का सामना करना पड़ता है|जैसे तैसे काम आगे बढ़ाना पड़ता है|
आगे जो भी पुरखावलियाँ बनाने जा रहा हूँ ,उनकी सटीकता के लिए आपका सहयोग अपेक्षित है वरना मेरे पास जानकारी ओर कहाँ से आएगी?आप अपने बड़े बूढ़ों या भाट से जानकारी ले सकें तो बेहतर रहेगा| मैंने सन 1740 से अब तक की जानकारी संगृहीत करने का लक्ष्य निर्धारित किया है|जन्म तारीख ,महीने और सन के मामले मे कुछ भ्रम की स्थिति दिख सकती है | आप को मालूम हो तो संशोधन करवा सकते हैं|यह मेरे अकेले के बलबूते का काम नहीं है ,आपकी सहभागिता के बिना कार्य पूर्ण कैसे हो सकेगा?समाज के प्रति जागरूक तो होना ही पड़ेगा|कम पढे लिखे लोगों की भी आप मदद करेंगे तो काम जल्द से जल्द परिपूर्णता की ओर बढ़ेगा|
पुरखावलियों मे जहां मुझे महिलाओं के नाम और पीहर की जानकारी नहीं मिल पाई वहाँ मैंने -----ऐसी कट लाईन का प्रयोग किया है|आप कुछ जानते हों तो बतावें|
"काम बहुत है जीवन थोड़ा पगला मन घबराये " मेरी मनोदशा कुछ ऐसी ही हो रही है|जो ईश्वर की मर्जी होगी वही तो होगा| आप इसे महसूस कर पाएंगे तो ही बात बनेगी|
बंधुओं ,मेरे विनम्र मार्गदर्शन मे 1966 मे डग के सत्यनारायन मंदिर का मूर्ति प्रतिष्ठा उत्सव डग के उदारमना ,विवेकशील ,प्रपंच विमुख दर्जी समाज के वरिष्ठ लोगों ने एक लिखित प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर मेरे मार्गदर्शन मे सम्पन्न करने की अनुमति दी और उस जमाने का सबसे बड़ा सामाजिक उत्सव आयोजित हुआ जिसमे पूरे समाज के लोगों ने बढ़ चढ़ कर आर्थिक सहयोग दिया | सामूहिक विवाह का शुभारभ याने प्रथम सम्मेलन रामपुरा मे 1981 मे किया गया ,बाद मे कुछ कुछ अन्तराल से 8 और सम्मेलन बोलिया और शामगढ़ मे आयोजित किए| पूरे समाज की विस्तृत जानकारी संगृहीत कर संपादित कर वेबसाईट पर स्थापित की||आज दर्जी समाज दुनिया का एक मात्र समाज है जिसकी इतनी विस्तृत जानकारी इन्टरनेट पर दर्ज हो चुकी है|यह जानकारी दर्जी समाज के अगाध महासागर के तुल्य है |सैंकड़ों काव्य रचनाएं,हजारों चिकित्सा लेखों की विस्तृत श्रंखला ,समाज जनों के हजारों चित्र नेट पर डालना -ऐसे ही अनेक कार्यों को साकार रूप देने मे मेरे आदरणीय दर्जी समाज का जो असीम सहयोग , स्नेह और मूहोब्बत मुझे मिली है वो मेरे लिए अकल्पनीय और अतुलनीय है|
-आपका अभिन्न सेवक-डॉ,आलोक

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