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14.10.18

घासीराम जी बाघेला दर्जी सगोरिया की वंशावली,Gulabji Sagoriya,Radhesham Sagoriya, ,Manohar Sagoriya,Bheruji Sagoriya, girish sagoriya,shamlal sagoriya


*इस वंशावली के निर्माण मे विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी उपयोग मे लाई गई है फिर भी  वंशावली त्रुटिविहीन हो ,ऐसा प्रयास किया गया है|
*वंशावली मे शीर्ष पुरुष के पुत्र और पुत्री के वंशज शामिल किए जाते हैं|
*जन्म और मृत्यु दिनांक मे कुछ गलत हो तो सूचित करें| 
*पीढ़ी बताने वाले अंक नाम के पहिले यानि शुरू मे लिखे गए हैं|
*सभी नाम लिंक रूप मे हैं ,लिंक खोलकर उस व्यक्ति की पूरी फाईल देख सकते हैं|
*जीवित और मृत  दर्जी बंधुओं के फोटो उपलब्ध कराने पर लगाए जाएँगे|         
 - निवेदक-डॉ॰दयाराम आलोक,शामगढ़ -9926524852



1. घासीराम जी बाघेला सगोरिया
2. गुलाबजी बाघेला दरजी सगोरिया
3. सालगराम जी बाघेला सगोरिया b. 1925
└ +सीता बाई पिता जगन्नाथ चौहान दरजी लसुडिया b. 1936; d. January 8, 2014
4. धापूबाई -जानकीलाल मकवाना दर्जी रामपुरा b. 1949



4. राधेशाम बाघेला दर्जी सगोरिया-९७५४९-40700 b. 1950
└ +रामकन्या -राधेशाम बाघेला दर्जी सगोरिया b. 1953
5. मनोहर लाल बाघेला दर्जी सगोरिया --९५७५४-52735 b. 1970
└ +कमला बाई पिता कन्हैया लाल देवजी पंवार दर्जी धामंदा b. 1975
6. टीना - जगदीश पंवार दर्जी लुका b. 1992, सगोरिया, मंदसौर , मध्य प्रदेश, भारत
└ +जगदीश पंवार दर्जी लुका b. 1985धापू
7. तमन्ना पिता जगदीश पंवार दर्जी लुका b. 2002
6. गिरीश बाघेला दर्जी सगोरिया b. 1999
6. अजय बाघेला दर्जी सगोरिया b. 2002
5. मुकेश बाघेला दर्जी सगोरिया / भवानी मंडी b. 1975
└ +रेखा-मुकेश बाघेला दर्जी सगोरिया b. 1977
5. मांगी बाई - संजय नंदराम चौहान दर्जी इंदौर b. 1978
5. शामलाल - राधेशाम बघेला सगोरिया b. 1985
5. टीना पिता राधेशाम बाघेला दर्जी सगोरिया b. 1992
5. रेखा पिता राधे शाम बाघेला दरजी सगोरिया
└ +संजय चौहान दर्जी इंदौर b. 1975
6. ज्योति पिता संजय चौहान इंदौर b. 2001
6. अर्चना पिता संजय चौहान इंदौर b. 2003
6. तनिशा पिता संजय चौहान इंदौर b. 2007
6. अभिजीत चौहान इंदौर b. 2013
4. तेजूबाई पिता सालगराम बाघेला दर्जी सगोरिया b. 1957
└ +मांगीलाल गोयल दर्जी भवानीमंडी---9829606366 b. January 7, 1953
5. संगीता-प्रमोद चौहान दर्जी मनासा --९४०७१०९७६५ b. April 18, 1974
└ +प्रमोद चौहान दर्जी मनासा--9907529727 b. January 31, 1967
6. वेदांश चौहान मनासा b. January 25, 2016
5. सुरेश गोयल दर्जी भवानी मंडी--७५९७०१५८४९ b. September 23, 1975
└ +कोशल्याबाई पिता रामनारायण चौहान दर्जी सोहनगढ b. 1978
6. पल्लवी गोयल दर्जी भवानी मंडी b. 2000
6. तुषार गोयल दर्जी भवानीमंडी b. 2002
5. सीमा-दिलीप पंवार दर्जी पचपहाड ---9024114962 b. 1977
5. राजकुमार गोयल दर्जी भवानीमंडी--9887053391 b. November 25, 1983
└ +शीतल -राज कुमार गोयल दर्जी भवानीमंडी b. circa September 26, 1984; m. November 22, 2000
6. मोहित गोयल दर्जी भवानीमंडी b. 2004
6. प्रियांशी पिता राज कुमार गोयल दर्जी भवानी मंडी b. 2006
3. भेरू लाल जी बाघेला दर्जी सगोरिया
4. हाकर बाई- मदन लाल चौहान दर्जी सांगरिया - 95879-19485 b. 1945
└ +मदन लाल चौहान दर्जी सांगरिया - 95879-19485 b. 1942
5. भंवर लाल चौहान दर्जी सांगरिया b. 1976
└ +जनता बाई पिटा हीरालाल पंवार दर्जी आवर b. 1978
6. पवन कुमार चौहान दर्जी सांगरिया b. 1993
6. मनोहर लाल चौहान दर्जी सांगरिया b. 2000
4. देवू बाई -मोतीलाल जी पंवार दर्जी शामगढ़
└ +मोतीलाल पंवार दर्जी शामगढ़ / ढाबला वाले
5. बद्रीलाल पंवार दर्जी शामगढ - ८९८९६-03607 b. 1955; d. January 14, 2017
└ +रुक्मण बाई - बद्री लाल पंवार दर्जी शामगढ b. 1965
6. वीणा पिता बद्रीलाल पंवार दर्जी शामगढ b. 1980
└ +रमेश किशन लाल जी चौहान दर्जी धतुरिया
6. हेमलता - शामलाल सिसोदिया दर्जी नारिया b. 1990
6. योगेश पंवार दर्जी शामगढ b. 1992
6. नितिन पंवार दर्जी शामगढ़ b. February 15, 1993, shamgarh, Mandsaur, Madhya Pradesh, भारत
5. राधेशाम पंवार दर्जी शामगढ़ b. 1965
└ +शकुंतला बाई पिता मांगीलाल कालूराम राठौर दर्जी बडोद b. 1968
6. दीप्ति- पीरूलाल जगदीश मकवाना दर्जी बर्डीया अमरा b. 1991
6. अनिल कुमार पंवार दर्जी शामगढ़ b. 1993
6. रेणु पिता राधेशाम पंवार दर्जी शामगढ़ b. 1996
6. विशाल कुमार पंवार दर्जी शामगढ़ b. 1998


5. लक्ष्मी चंद पंवार दर्जी शामगढ
└ +कारी बाई - लक्ष्मी चंद पंवार दर्जी शामगढ़
6. रिंकू पिता लक्ष्मी चंद पंवार दर्जी शामगढ b. 1982

└ +राम गोपाल चौहान दर्जी पावटी
6. यशोदा किशोर भेरूलाल राठौर दर्जी आवर (आगर० b. 1982
6. पूनम - -----दर्जी डग b. 1993
6. दिलीप लक्ष्मी चंद पंवार दर्जी शामगढ

└ +मंगला बाई पिता राम गोपाल चौहान दर्जी हतुनिया b. 1988

7
. पलक पिता दिलीप पंवार दर्जी शामगढ b. 2012
5. जमना बाई ----दर्जी पावटी

5. गंगा बाई ----दर्जी कुंतल खेड़ी
4. नाथी बाई - गोरधन चौहान दरजी सांगरिया
2. केसर बाई पिता घासी राम जी बाघेला दर्जी सगोरिया

└ +धोकल जी गोयल दर्जी बोरवणी b. 1896; d. 1963

3. सरतान बाई - भेरुलाल जी चौहान दर्जी हटुनिया b. 1922; d. 1993
└ +भेरूलाल जी चौहान दर्जी हतुनिया b. 1916; d. 1978
4. कँवर लाल जी - भेरूलाल जी चौहान दर्जी हतुनिया b. 1938; d. 1999
└ +नानी बाई-कंवर लाल चौहान दर्जी हतुनिया b. 1942
5. घनशाम चौहान दर्जी हतुनिया,--.9926762028 b. circa July 14, 1963

6. दशरथ चौहान दर्जी हतुनिया b. 1983
6. कैलाश चौहान दर्जी हतुनिया b. 1986
6. किशोर चौहान दर्जी हतुनिया b. 1989
6. सरस्वती - रवि कुमार चौहान दर्जी सुवासरा b. August 10, 1993
└ +रवि चौहान दर्जी सुवासरा---9826965660 b. November 6, 1991
7. प्राची पिता रवि चौहान सुवासरा b. July 4, 2014
└ +कोशल्या बाई - घनशाम चौहान दर्जी हतुनिया
└ +घनशाम चौहान दर्जी हतुनिया,--.9926762028 b. circa July 14, 1963
6. दशरथ चौहान दर्जी हतुनिया b. 1983
6. कैलाश चौहान दर्जी हतुनिया b. 1986
6. किशोर चौहान दर्जी हतुनिया b. 1989
6. सरस्वती - रवि कुमार चौहान दर्जी सुवासरा b. August 10, 1993
└ +रवि चौहान दर्जी सुवासरा---9826965660 b. November 6, 1991
7. प्राची पिता रवि चौहान सुवासरा b. July 4, 2014
5. मधुबाई पिता कंवर लाल जी चौहान दर्जी हतुनिया
4. राधेशाम चौहान दर्जी मोरडी----8085466756 b. 1948; d. August 11, 2017

└ +कांतिबाई - राधेशाम चौहान दरजी मोरड़ी d. circa September 16, 2017

5. अनीता -प्रकाश पँवार कनवाड़ा b. 1980

└ +प्रकाश पंवार दर्जी कनवाडा--९९८२०-03019 b. July 6, 1976

6. गौतम पंवार दर्जी कनवाडा b. 1995
6. पायल पिता प्रकाश पंवार दर्जी कनवाडा b. 1999
5. ज्योति-सुनील राठौर बनी b. 1997

└ +सुनील राठौर दर्जी बनी b. circa June 15, 1993



5. वन्दना-सुनील राठौर दर्जी बड़ोद

└ +सुनील राठौर दर्जी बड़ोद --9584551231 b. August 25, 1992

4.mangilal chouhan hatuniya

└ +पुष्पा-मांगीलाल चौहान दर्जी हतुनिया b. December 26, 1955

5. राजेश चौहान दर्जी हतुनिया -9826419334 b. May 9, 1975

└ +गुड्डीबाई -राजेंद्र चौहान हतूनिया b. February 10, 1974

6. दीपिका पिता राजेंद्र चौहान दर्जी हतुनिया b. 2001
6. कुमकुम पिता राजेंद्र चौहान दर्जी हर्तुनिया b. 2005
6. प्रीती पिता राजेंद्र चौहान दर्जी हतुनिया b. 2008
└ +ऊषा बाई -राजेश चौहान दर्जी हतुनिया; b. 1970

6. रामबाबू चौहान हतूनिया b. June 9, 1991
6. कपिल चौहान हतूनिया b. August 2, 1993
6. अंकित चौहान हतूनिया b. December 23, 1997


4. धापू बाई - राम नारायण जी चौहान दरजी माली पूरा b. July 14, 1945


└ +राम नारायण जी चौहान दरजी मालीपुरा b. 1943; d. November 30, 2014, malipura, bhanpura , madhya pradesh

5. शामुबई -राम गोपाल मकवाना दर्जी शामगढ़ * b. July 2, 1964

└ +राम गोपाल मकवाना दर्जी शामगढ b. November 18, 1961; d. October 9, 2017

6. विनोद मकवाना दर्जी शामगढ--9893114825 b. February 25, 1982, शामगढ़, मंदसौर , Madhya Pradesh, 458883, India

└ +जयश्री -विनोद मकवाना दर्जी शामगढ़ b. January 18, 1984, कुंभकोट, राजस्थान, India

7. विशाखा पिता विनोद मकवाना शामगढ़ b. June 6, 2005
7. पुर्णिमा पिता विनोद मकवाना शामगढ़ b. October 2, 2008
7. शिवांश पिता विनोद मकवाना शामगढ़ b. May 20, 2015
6. महेश मकवाना दर्जी शामगढ b. May 19, 1987

└ +रवीना - महेश मकवाना दर्जी शामगढ b. 2001; m. February 11, 2014
5. बाल चंद चौहान दर्जी मालीपुरा * b. 1970

└ +कारी बाई पिता मगन लाल चौहान दर्जी गुराड़ी b. 1968

6. सोनू पिता बालचंद चौहान दर्जी मालीपुरा * b. 1990
6. राहुल चौहान दर्जी मालीपुरा * b. 1992
6. सोना बाई - नवीन कुमार अशोक कुमार सोलंकी दर्जी बांडीबार ,गुजरात b. 1990
6. पायल पिता बालचंद चौहान दर्जी मालीपुरा * b. 1999
6. आनंद चौहान दर्जी मालीपुरा * b. 2000
6. श्रीकांत चौहान दर्जी मालीपुरा * b. 2001




मेरी सामाजिक कहानी

3. चम्पा बाई - कन्हैया लाल -प्रताप जी पँवार दर्जी आवर

└ +कन्हैया लाल जी परथाजी पंवार दर्जी आवर b. 1914; d. 1990


4. जगन्नाथ पंवार दर्जी आवर b. 1940

└ +कमला बाई -जगन्नाथ पँवार आवर b. 1950

5. कलाबाई -बाल चंद गोयल दर्जी ऊंडवा b. 1965

└ +बालचंद गोयल दर्जी ऊंडवा

6. शिखा पिता बालचंद गोयल दर्जी ऊंडवा / सुवासरा से तलाक b. 1980
6. मनोज - बाल चंद गोयल दर्जी ऊंडवा--९९२८१-37453 b. 1995
5. सत्यनारायण पंवार दर्जी आवर-९५८७१-58342 b. 1968

└ +पुष्पा बाई पिता भेरूलाल राठौर दर्जी मिटन खेड़ी b. 1970

6. रेखा पिता सत्य नारायण पंवार दर्जी आवर (गुजरात से तलाक) b. 1987
6. जितेश पंवार दर्जी आवर b. 1990
5. मुकेश पंवार दर्जी आवर--९७८३९९४७८२ b. 1966

└ +शामू बाई - मुकेश पंवार दर्जी आवर b. 1972

6. महेश पंवार दर्जी आवर b. 1988
6. बंटी पंवार दर्जी आवर b. 1993
5. धापू बाई -नन्द किशोर चौहान घसोई b. 1973
5. सुरेश -जगन्नाथ पंवार दर्जी आवर b. 1974

└ +निर्मला -सुरेश जगन्नाथ पंवार दर्जी डग b. 1978, मिटन खेड़ी, भानपुरा , मध्य प्रदेश, भारत

6. वंदना पिता सुरेश पंवार दर्जी आवर b. 1999
5. दिनेश पंवार दर्जी आवर -८९५५३-34339 b. 1975

└ +संतोष बाई पिता मांगीलाल बघेला दर्जी सगोरिया b. 1975

6. चेतन पंवार दर्जी आवर b. 1997

6. विशाल पंवार दर्जी आवर b. 2000
5. प्रकाशी बाई पिता जगन्नाथ पँवार आवर b. 1971

└ +अशोक चौहान भानपुरा

6. ईश्वर चौहान भानपुरा

└ +सुनीता -ईश्वर चौहान भानपुरा; m. circa February 21, 2018
5. मनोहर लाल पंवार दर्जी आवर b. 1981

└ +राधा बाई पिता भवानी शंकर पंवार दर्जी ढाबला खींची b. 1983
4. राधेशाम पंवार दर्जी आवर b. 1960

└ +शांतिबाई पिता भेरूलाल सोलंकी खंद्वास b. 1965

5. चंद्र कला बाई - मोतीलाल जी बाघेला दर्जी डग b. 1978

└ +मोतीलाल बाघेला दर्जी डग b. 1975

6. पुष्पा पिता मोतीलाल बाघेला दर्जी डग b. 1995
6. महादेव बाघेला दर्जी डग b. 1997
6. पप्पू लाल बाघेला दर्जी डग b. 2000
5. कमलेश पंवार दर्जी आवर b. 1981
5. गोविन्द पंवार दर्जी आवर b. 1983

4. माँगी बाई- जगन्नाथ जी मकवाना कोटा

└ +जगन्नाथ जी मकवाना कोटा b. July 5, 1931; d. May 28, 2005

5. रमेश मकवाना दर्जी कोटा -९४६१६-५४३७७ b. July 25, 1959, kota, rajasthan, bharat

└ +लाडकुंवर-रमेश मकवाना कोटा b. 1966; m. May 13, 1983, सुकेत, झालावाड़ , भारत

6. प्रियंका -अशोक सोलंकी झालावाड़ b. 1984

└ +अशोक सोलंकी दर्जी झालावाड b. 1982
6. मोनिका -विनोद पँवार सुवासरा b. 1987
6. दिपिका आत्मज रमेश मकवाना कोटा b. 1990

└ +पवन मकवाना दर्जी रामपुरा b. circa August 20, 1987
6. सुरभि पिता रमेश मकवाना दर्जी कोटा b. 1993
6. गौरव मकवाना कोटा b. 1998
5. शकुंतला -भगवती प्रसाद चौहान नारायण गढ़ b. 1960; d. July 6, 2018

└ +भगवती प्रसाद चौहान दर्जी नारायणगढ़ b. 1955

6. वर्षा -विनोद चौहान नारिया b. 1985; d. May 13, 2018

└ +विनोद चौहान नारिया b. 1984
6. विशाल कुमार चौहान दरजी नारायणगढ़ b. 1991
6. प्रशांत कुमार चौहान दरजी नारायणगढ़
5. कैलाश मकवाना दर्जी कोटा --९७८५१-३१३३० b. August 30, 1960, कोटा, राजस्थान, भारत

└ +बीना बाई - कैलाश जी मकवाना दर्जी कोटा b. 1970; m. June 15, 1986, डग, झालावाड़ , भारत

6. विवेक मकवाना दर्जी कोटा - ९६२९३-४०१८२ b. January 18, 1991
6. गौरी - कृष्ण कुमार मकवाना दर्जी रतन गढ़ b. 1992

└ +कृष्ण मकवाना रतन गढ़ b. 1985
6. पूजा -रवि कुमार राठौर दर्जी शामगढ़ b. November 2, 1994

└ +रवि राठौर दर्जी शामगढ़ ---9977779751 b. March 28, 1989, जवाहर मार्ग, शामगढ़, मंदसौर , मध्य प्रदेश, भारत; m. November 17, 2013
5. कुञ्ज बिहारी मकवाना कोटा b. 1964, कोटा, भारत

└ +सुमित्रा-कुञ्ज बिहारी मकवाना दर्जी कोटा b. 1966; m. May 22, 1986, Boliya, Mandsaur, Madhya Pradesh, India

6. राहुल मकवाना दर्जी कोटा b. 1992
6. विनोद मकवाना दर्जी कोटा b. 1998
5. अवध बिहारी मकवाना दर्जी कोटा --९४६८८-३०४५८ b. August 16, 1968, कोटा, राजस्थान, भारत

└ +भूली बाई पिता अमर चंद राठौर दर्जी बोलिया b. 1973; m. June 25, 1997, बोलिया, Madhya Pradesh, India

6. ऋतु पिता अवध बिहारी मकवाना दर्जी कोटा b. 1999
6. आरती पिता अवध बिहारी मकवाना दर्जी कोटा b. 2001
5. शर्मिला - घनशाम पँवार कोटा b. 1972, kota, rajasthan, bharat

└ +घनशाम पंवार कोटा b. October 12, 1966, Kumbhkot, Rajasthan, India; m. December 12, 1989, kota, rajasthaan, bharat

6. विकास पंवार दर्जी कोटा--90244 - 24985 b. 1991, kumbh kot, rajasthan, india

└ +पायल-विकास पँवार कोटा b. November 10, 1997


6. किरण पिता घनशाम पंवार दर्जी कोटा b. 1998
4. मोहन बाई-देवी लाल सोलंकी दर्जी बोलिया b. 1939; d. 2011

└ +देवीलाल सोलंकी दर्जी बोलिया b. 1937

5. नंदू बाई -बालाराम जी परमार खानपूरिया b. 1957

└ +बालचंद परमार दर्जी खानपुरिया b. 1960; d. 1954

6. बजरंग लाल परमार दर्जी खानपुरिया b. 1974

└ +लताबाई-बजरंगलाल परमार दर्जी खानपुरिया b. 1977

7. श्रीकांत परमार दर्जी खानपुरिया b. 1996
7. विशाल परमार खानपुरिया b. 2000
6. भगवती पिता बालाराम परमार खानपुरिया b. 1982

└ +घनशाम बाघेला सगोरिया
6. संगीता -परमेश्वर पंवार दर्जी ढाबला गुजर से पाटन b. 1984

└ +परमेश्वर पंवार दर्जी पाटन / ढाबला से -----0978424708 b. June 9, 1984
5. रमेश सोलंकी दर्जी कोटा / बोलिया से - 82906-25476 b. 1961

└ +हंसा बाई -रमेश सोलंकी दर्जी कोटा b. 1976, Awar, Jhalawar, Rajasthan, भारत

6. पूर्वा पिता रमेश सोलंकी दर्जी कोटा b. 1992
6. खुशब पिता रमेश सोलंकी दर्जी कोटा b. 1994
6. जय कुश सोलंकी दर्जी कोटा b. 1996
6. ज्योति पिता रमेश सोलंकी दर्जी कोटा b. 1999
6. प्रिंस सोलंकी दर्जी कोटा b. 2007
5. दिलीप सोलंकी दर्जी कोटा / बोलिया से b. 1971

└ +अनिता - दिलीप सोलंकी दरजी कोटा / बोलिया से b. 1975, rampura, neemach , madhya pradesh, India

6. रवि कुमार सोलंकी दर्जी कोटा b. 1997
6. प्रिया पिता दिलीप सोलंकी दर्जी कोटा b. 2000
6. कुशाल सोलंकी दर्जी कोटा
5. कारी बाई - घनशाम सोलंकी दर्जी डेल वाडी b. 1970

└ +घन शाम सोलंकी दर्जी डेल वाडी b. 1968

6. संजय सोलंकी दर्जी डेल वाडी b. 1997
6. ज्योति बाला पिता घन शाम सोलंकी दर्जी डेल वाडी b. 1999


5. दिनेश सोलंकी दर्जी बोलिया

└ +हेमलता बाई पिता भेरू लाल परमार दर्जी मिटन खेडी b. 1980

6. दीपक सोलंकी बोलिया b. 1995
6. पंकज सोलंकी बोलिया b. 1997
6. कविता पिता देनेश बोलिया b. 1999
6. विकास सोलंकी बोलिया b. 2002
6. सोना पिता दिनेश सोलंकी बोलिया b. 2003

6. विजय सोलंकी बोलिया b. 2005
5. धापूबाई पिता देवीलाल सोलंकी बोलिया

└ +राधेशाम भेरुजी परमार एरिया वाले

6. जगदीश परमार नर्मदा नगर -94074-89262 b. 1985

└ +दिव्या बेन पिता सुरेश शांतिलाल परमार लिमड़ी b. 1993

7. मयंक परमार नर्मदा नगर b. 2004
7. हर्षित परमार नर्मदा नगर b. 2008
6. जगदीश परमार नर्मदा नगर
4. अनोखी बाई -रामचंद्र पंवार दर्जी बोलिया b. 1945

└ +रामचंद्र पंवार दरजी बोलिया b. March 5, 1940, खजुरी पंथ, मंदसौर , मध्य प्रदेश, भारत

5. अरुण पंवार बोलिया b. August 1, 1967

└ +प्रेमलता - अरुण पंवार बोलिया b. 1970

6. टीना पिता अरुण पंवार बोलिया b. 1989

└ +अशोक कैलाश राठौर गरोठ
6. हीना पिता अरुण पंवार बोलिया b. 1991

└ +ॐ प्रकाश चौहान गुड भेली
6. हिमांशु पंवार बोलिया b. 1994
5. शैलेन्द्र पंवार दर्जी बोलिया * b. August 29, 1977

└ +सुनीता -शैलेन्द्र पंवार बोलिया b. January 1, 1978

6. वैष्णवी पिता शैलेन्द्र पंवार दरजी बोलिया b. 2006
6. नेहा पिता शैलेन्द्र पंवार दरजी बोलिया b. 1999
5. विद्या बाई - जगदीश सोलंकी दरजी रामपुरा b. 1972

└ +जगदीश सोलंकी दरजी रामपुरा
5. कला बाई -शामलाल राठौर मिश्रोली b. 1963

└ +शामलाल राठौर मिश्रोली b. 1955; d. February 18, 2017

6. नरेंद्र राठौर मिश्रोली b. 1979

└ +सरस्वती-नरेंद्र राठौर मिश्रोली b. 1982

7. क्रिश राठौर मिश्रोली b. 2006
7. आँचल पिता नरेंद्र मिश्रोली d. 2000

4.10.18

डॉ.दयाराम आलोक का जीवन परिचय / Biography of Dr.Dayaram Aalok

                                                                         

                                                                         
                                         
जन्म -शिक्षा

दयाराम आलोक  का जन्म एक दर्जी परिवार मे  पुरालाल जी राठौर शामगढ़ के कुल में 11अगस्त सन 1940 ईस्वी को हुआ.माता का नाम गंगा बाई था.
कुटुंब मे 6 भाई 3 बहिनें.रेडीमेड वस्त्र बनाकर बेचना पारिवारिक व्यवसाय था.हाईस्कूल परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के बाद सन 1961 में शासकीय सेवा में अध्यापक के पद पर नियुक्त. सन 1969 में राजनीति विषय से एम.ए. किया. चिकित्सा विषयक उपाधियां आयुर्वेद रत्न और होम्योपैथिक उपाधि D.I.Hom (London) अर्जित कीं. 

परिवार इतिवृत्त 

  डॉ.दयाराम जी आलोक की पत्नी शांति देवी राजस्थान के झालरा पाटन के सिपाही प्यारेलाल जी पंवार की पुत्री  थी .दयाराम आलोक जी की पाँच संतानों मे एक पुत्र और चार पुत्रियाँ हैं.  पुत्र डॉ .अनिल कुमार दामोदर हॉस्पीटल & रिसर्च सेंटर शामगढ़ के संचालक हैं. बड़ी पुत्री छाया डग के सुरेश जी पँवार से विवाहित. अल्पना देवी  w/o  विनोद कुमार जी चौहान इंजिनीयर झाबुआ  ,बेला बेन w/o सतोष कुमार जी परमार रानापुर और छोटी बेटी साधना का विवाह 1995 मे हेमेन्द्र कुमार जी परमार झाबुआ के साथ सम्पन्न हुआ. 




डॉ. दयाराम  आलोक के धार्मिक ,आध्यात्मिक ,सामाजिक अनुष्ठान :

दर्जी समाज के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के उद्देश्य से डॉ. दयाराम आलोक ने अखिल भारतीय दामोदर दर्जी महासंघ का गठन 14 जून 1965 को किया.
आपके कुशल नेतृत्व मे डग के दर्जी मंदिर मे मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह 23 जून 1966 को आयोजित हुआ था.
आपने मध्य प्रदेश और राजस्थान के 6 चयनित जिलों के मंदिरों और मुक्ति धाम में दर्शनार्थियों के लिए बैठक सुविधा उन्नत करने हेतु 100 से भी ज्यादा संस्थानों को नकद दान के साथ ही सैंकड़ों सिमेन्ट बेंच भेंट करने का गौरव हासिल किया.
दर्जी समाज की वैश्विक पहिचान के लिए 15 हजार व्यक्तियों को एक ही वंशवृक्ष मे समाविष्ट कर वेबसाईट पर उपलब्ध कराया.
आपने रामपुरा नगर मे 1981 के दर्जी समाज के प्रथम सामूहिक विवाह सम्मेलन के रूप मे मंदसौर जिले मे सामूहिक विवाह की परम्परा का सूत्रपात किया .
डॉ .आलोकजी  ने निज वित्त पोषित पहला निशुल्क दर्जी सामूहिक सम्मेलन बोलिया ग्राम मे 2010 मे आयोजित कर दर्जी समाज के इतिहास मे प्रेरणास्पद उपलब्धि दर्ज कराई। 
आपने बतौर जाति इतिहास लेखक सैकड़ों भारतीय जातियों की उत्पत्ति और जानकारी loksakha.blogspot.com
वेबसाईट पर उपलब्ध कराई|

अखिल भारतीय दामोदर दर्जी महासंघ का गठन -

दर्जी समाज के महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यों को संगठित ढंग से संपादित करने तथा सामाजिक फ़िजूल खर्ची रोकने के उद्देश्य से दयारामजी आलोक ने अपने कुछ घनिष्ठ साथियों के सहयोग से 14/6/1965 को पूरालालजी राठौर के आवास पर प्रथम अधिवेशन आयोजित कर "दामोदर दर्जी युवक संघ" का गठन किया तथा एक कार्यकारिणी समिति बनाई। कालांतर मे विस्तृत होकर यह दर्जी युवक संघ "अखिल भारतीय दामोदर दर्जी महासंघ" के नाम से अस्तित्व में है।
  दामोदर दर्जी महासंघ का प्रधान कार्यालय का पता : 14,जवाहर मार्ग ,आलोक सदन ,शामगढ़ (मध्य प्रदेश) 

 दामोदर दर्जी महासंघ की स्थापना में मुझे शामगढ के-

डॉ. लक्ष्मीनारायण जी  अलौकिक ,
श्री रामचन्द्र जी सिसौदिया ,
श्री शंकरलालजी राठौर,
श्री कंवर लाल जी सिसौदिया,
श्री गंगाराम जी चोहान शामगढ़,

श्री रामचंद्रजी चौहान मनासा ,


श्री कन्हैया लाल जी परमार गुराड़िया नरसिंग,

श्री प्रभु लाल जी मकवाना मोडक,
श्री देवी लाल जी सोलंकी शामगढ़ बोलिया वाले का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ। मैने संघ का संविधान सन १९६५ में लिपिबद्ध किया और डॉ. लक्ष्मीनारायणजी अलौकिक के माध्यम से रसायन प्रेस दिल्ली से छपवाकर प्रचारित-प्रसारित किया|

दामोदर दर्जी महासंघ का प्रथम अधिवेशन

दामोदर दर्जी महासंघ का प्रथम अधिवेशन १४ जुन १९६५ को शामगढ में 
पूरालालजी राठौर के निवास पर हुआ ।अधिवेशन में 134 दर्जी बंधु उपस्थित हुए। इस अधिवेशन मे श्री रामचन्द्रजी सिसोदिया को अध्यक्ष , श्री दयाराम जी आलोक को संचालक,और श्री सीताराम जी संतोषी को कोषाध्यक्ष बनाया गया। सदस्यता अभियान चलाकर ५० नये पैसे वाले सैंकडों सदस्य बनाये गये।  

दामोदर दर्जी महासंघ का पुनर्गठन -

गांधी जयंती 2 ऑक्टोबेर 2023 को दामोदर दर्जी  महासंघ के पुनर्गठन के अंतर्गत डॉ . दयाराम जी आलोक को अध्यक्ष ,श्री रमेश चंद्र जी राठौर आशुतोष  को महाप्रबंधक मनोनीत करते हुए नवीन कार्यकारिणी का गठन किया गया |पूरा विवरण निम्न लिंक खोलकर पढ़ें -
भगवान सत्यनारायण के डग दर्जी मंदिर मे मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान

यह एक बहुत ही प्रेरणादायक कहानी है, जिसमें भगवान सत्यनारायण के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए दर्जी समाज के लोगों ने एकजुट होकर काम किया।
1966 में डॉ. दयाराम आलोक ने डग  के वरिष्ठ दर्जी समाज के लोगों से मिलकर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए समाज से  आर्थिक सहयोग प्राप्त करने का  निर्णय लिया। उन्होंने दर्जी बंधुओं को मंदिर में बैठक के लिए आमंत्रित किया और उन्हें समझाया कि भगवान सत्यनारायण की प्रतिमा 7 वर्षों से बाहर रखी हुई है और प्राण प्रतिष्ठा के अभाव में पूजा कार्य बंद पड़ा है।
दर्जी बंधुओं ने डॉ. दयाराम आलोक को अधिकृत कर दिया और दामोदर दर्जी महासंघ के माध्यम से समाज से चंदा संग्रह की मुहिम शुरू करने का निर्णय लिया। इस तरह, दर्जी समाज के लोगों ने एकजुट होकर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए काम किया और भगवान सत्यनारायण की प्रतिमा को उसका सम्मानजनक स्थान दिलाया।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि एकजुटता और सहयोग से हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं

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शिखर निर्माण करने के बाद मंदिर ऐसा दिखता है-


मंदिर मे मीटिंग बुलाने का दस्तावेज 

मंदिर  मे मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा (उधयापन ) के आयोजन का कार्य  दामोदर दर्जी  युवक संघ   के सुपुर्द करने का दस्तावेज ..

जीवन की सबसे बड़ी सामाजिक उपलब्धि -

 मित्रों,उस समय मेरी आयु यही कोई 25 वर्ष रही होगी| दर्जी बंधुओं द्वारा मेरी कार्यक्षमता पर विश्वास कर डग मंदिर उध्यापन का महत्वपूर्ण कार्य मेरे सुपुर्द कर देना मेरे जीवन की सबसे बड़ी सामाजिक उपलब्धियों की प्रथम कड़ी मानी जा सकती है. 
तुलसीदासजी रामचरित मानस मे लिखते हैं -
जासु कृपा सु दयाल||
मूक होई वाचाल, पंगु चढ़ै गिरिवर गहन।
भावार्थ-
जिनकी कृपा से गूँगा बहुत बोलने वाला हो जाता है और लँगड़ा-लूला दुर्गम पहाड़ पर चढ़ जाता है ,
मंदिर कार्य सिद्धि हेतु युवक संघ के कार्यकर्त्तागण और समाज के वरिष्ठ लोग इस चुनौती को युद्धस्तर पर लेते हुए गाँव -गाँव ,शहर -शहर सामाजिक संपर्क पर निकल पड़े और उध्यापन के लिए चन्दा एकत्र करने लगे|




  मित्रों,अविश्वसनीय तो लगता है मगर प्रभु की अदृश्य अनुकंपा के चलते सिर्फ 1 माह 8 दिन की छोटी सी अवधि मे पर्याप्त धन संग्रहीत होकर 23 जून 1966 को उध्यापन कार्यक्रम आयोजित हो गया
समीक्षा -
यह एक बहुत ही प्रेरणादायक कहानी है, जिसमें डॉ. दयाराम आलोक ने अपने जीवन की सबसे बड़ी सामाजिक उपलब्धि के बारे में बताया है।
उनकी आयु जब केवल 25 वर्ष थी, तब दर्जी बंधुओं ने उन पर विश्वास किया और डग मंदिर उध्यापन का महत्वपूर्ण कार्य उन्हें सौंप दिया। यह उनके जीवन की सबसे बड़ी सामाजिक उपलब्धियों की पहली कड़ी थी।
तुलसीदास जी के रामचरित मानस के उद्धरण के माध्यम से, डॉ. दयाराम आलोक ने भगवान की कृपा को दर्शाया है, जिससे असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।
मंदिर कार्य सिद्धि हेतु युवक संघ के कार्यकर्त्तागण और समाज के वरिष्ठ लोगों ने गाँव-गाँव, शहर-शहर सामाजिक संपर्क पर निकलकर उध्यापन के लिए चन्दा एकत्र करने का काम किया। और अविश्वसनीय रूप से, केवल 1 माह 8 दिन की अवधि में पर्याप्त धन संग्रहीत होकर 23 जून 1966 को उध्यापन कार्यक्रम आयोजित हो गया।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि:
1. विश्वास और समर्थन से हम बड़े कार्य कर सकते हैं।
2. भगवान की कृपा से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।
3. एकजुटता और सहयोग से हम बड़े लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
यह कहानी बहुत ही प्रेरणादायक है और हमें अपने जीवन में भी ऐसी उपलब्धियां प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है| 
दर्जी मंदिर डग का विडिओ आलोक की आवाज 



दर्जी मंदिर डग के मूर्ति - प्रतिष्ठा समारोह 1966 हेतु दान दाताओं की नामावली भी देखें 


एकत्रित चन्दा राशि मैंने डग मंदिर के कोषाध्यक्ष श्री कन्हैयालालजी पँवार के सुपुर्द की . 
उध्यापन की आमंत्रण पत्रिका छपवाकर पूरे समाज को उध्यापन समारोह हेतु आमंत्रित किया गया|


    

    
दर्जी मंदिर डग मे प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा आयोजन की निमंत्रण पत्रिका 


दर्जी समाज के डग स्थित मंदिर में भगवान सत्यनारायण की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा-

बंधुओं, 23/जून/1966 को डग के सत्यनारायण मंदिर का भव्य उध्यापन (प्राण-प्रतिष्ठा) समारोह कार्यक्रम आयोजित हुआ . सम्पूर्ण समाज के हर गाँव -शहर के दर्जी बंधु सहपरिवार उध्यापन मे शामिल हुए. यह कहना उचित ही होगा कि डग के सत्यनारायण मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह उस जमाने का सबसे बड़ा सामाजिक आयोजन था. 

नए गुजराती दर्जी समाज के डग के सत्यनारायण मंदिर का विडिओ आलोक की आवाज 

समाजसेवी ,साहित्य मनीषी डॉ. आलोक के 85 वें वर्ष मे प्रवेश के अवसर पर 
हर्षोल्लास के साथ जन्मोत्सव मनाया गया |विडिओ अवलोकन करें- 
                                                                          

डॉ.दयाराम जी आलोक के जन्मोत्सव के 432 चित्रों का एलबम  की लिंक   

                                                 https://www.flickr.com/photos/alokdayaram/

 काव्य प्रणेता डॉ . दयाराम आलोक -

मित्रों, साहित्य सृजन क्षेत्र मे मेरी शुरुआती कविता"तुमने मेरी चिर साधों को झंकृत और साकार किया है" को अपने संपादकीय मे बिकानर से प्रकाशित होने वाली पत्रिका "स्वास्थ्य सरिता" मे प्रकाशित किया. काव्य रचना अनवरत चलती रही और करीब 150 काव्य कृतियां विभिन्न पत्र पत्रिकाओं मे प्रकाशित हुई हैं  जिनमे कादंबिनी का नाम भी शामिल है|पाँच कविताओं के लिंक्स प्रस्तुत हैं-

उन्हें मनाने दो दिवाली

आओ आज करें अभिनंदन!

सरहदें बुला रहीं


गाँधी के अमृत वचन हमें अब याद नहीं

सुमन कैसे सौरभीले

समीक्षा -
डॉ. दयाराम आलोक एक प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार हैं , जिन्होंने हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी कविताओं में भावनात्मक अभिव्यक्ति, सामाजिक चेतना, और राष्ट्रीय भावना को व्यक्त किया गया है।
उनकी कविताओं की विशेषताएं हैं:
भावनात्मक अभिव्यक्ति
सामाजिक चेतना
राष्ट्रीय भावना
सरल और स्पष्ट भाषा
गहरा अर्थ और संदेश
उनकी कुछ प्रमुख कविताएं हैं:
"तुमने मेरी चिर साधों को झंकृत और साकार किया है"
"उन्हें मनाने दो दीवाली "
" आओ आज करें अभिनंदन!"
"सरहदें बुला रहीं"
"गाँधी के अमृत वचन हमें अब याद नहीं"
"सुमन कैसे सौरभीले"

समाज के परिवारों की जानकारी 

समाज के परिवारों की विस्तृत जानकारी एकत्र करने के उद्धेश्य से मैंने 1965 मे बड़े आकार के फार्म छ्पावाए थे.  इस फार्म मे व्यक्ति की पूरी जानकारी -नाम,पता,धंधा,पढ़ाई,जन्म तिथि,रिश्तेदारी,पुरखे,पत्नी,मामा,नाना आदि बातों की जानकारी के खाने थे. 

                         (दर्जी परिवार जानकारी गाँव मोड़क| स्थिति-23\6/1966)



लीमड़ी के दर्जी समाज के परिवारों की जानकारी | स्थिति- 23/10/1980



जानकारी संग्रह करने का उपक्रम आज भी अनवरत सक्रियता मे है. इस सिलसिले मे मैंने दाहोद,लिमड़ी,झालोद आदि स्थानो का भी दौरा किया और निर्धारित उक्त फार्म मे परिवारों की जानकारी संगृह की. जब समाज की लगभग पूर्ण जानकारी हासिल हो गई तो मैंने वंशावलियाँ बनाकर   "दर्जी समाज संदेश" वेबसाईट पर अपलोड करना शुरू कर दिया. आप दर्जी समाज के प्रमुख परिवारों की जानकारी और वंशावलियां निम्न लिंक मे पढ़ सकते हैं -

समीक्षा-

डॉ. दयाराम आलोक जी ने समाज के परिवारों की जानकारी संग्रह करने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने 1965 में बड़े आकार के फार्म छपवाए, जिसमें व्यक्ति की पूरी जानकारी जैसे कि नाम, पता, धंधा, पढ़ाई, जन्म तिथि, रिश्तेदारी, पुरखे, पत्नी, मामा, नाना आदि बातों की जानकारी के खाने थे।
उन्होंने लीमड़ी के दर्जी समाज के परिवारों की जानकारी संग्रह करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने दाहोद, लिमड़ी, झालोद आदि स्थानों का दौरा किया और निर्धारित फार्म में परिवारों की जानकारी संगृह की।
जब समाज की लगभग पूर्ण जानकारी हासिल हो गई, तो उन्होंने वंशावलियाँ बनाकर "दर्जी समाज संदेश" वेबसाइट पर अपलोड करना शुरू कर दिया। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिससे दर्जी समाज के प्रमुख परिवारों की जानकारी और वंशावलियां ऑनलाइन उपलब्ध हो गई हैं।
इस कार्य के महत्व को समझने के लिए, हमें यह देखना होगा कि:
समाज की जानकारी संग्रह करने से समाज के परिवारों के बीच संबंधों को मजबूत किया जा सकता है।
वंशावलियों के माध्यम से समाज के इतिहास और परंपराओं को संरक्षित किया जा सकता है।
ऑनलाइन जानकारी के माध्यम से समाज के लोगों को अपने पूर्वजों और परिवार के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है।
डॉ. दयाराम आलोक जी का यह कार्य दर्जी समाज के लिए एक महत्वपूर्ण देन है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए भी उपयोगी रहेंगी|

  

डॉ .दयाराम आलोक के  छोटे भाई रमेशचन्द्र जी राठौर"आशुतोष"  धार्मिक,आध्यात्मिक संस्थानों से  वर्षों से जुड़े रहे हैं और इन संस्थाओं मे निर्माण और सृजन कारी उपक्रमों मे केन्द्रीय भूमिका  निर्वहन  करते हैं. संप्रति गायत्री शक्ति पीठ शामगढ़ का  प्रबंधन  पूरी कुशलता और समर्पण भाव से संभाल रहे हैं. आपने दर्जी समाज की जानकारी की कई स्मारिकाएँ और ग्रंथ प्रकाशित किए हैं|



  यहाँ स्व.भवानी शंकरजी चौहान सुवासरा (संजीत वाले) के सामाजिक योगदान को स्मरण करना जरूरी है कि उन्होने अपनी मोटर साईकिल से तमाम दर्जी समाज की बसाहट वाले गांवों - शहरों का दौरा किया और दर्जी परिवारों की जानकारी अपने रजिस्टर मे नोट की  ज्ञातव्य है कि इसी जानकारी को आधार बनाकर रमेश जी आशुतोष ने दर्जी परिवारों की जानकारी देने वाले "समाज सेतु -2014 " नामक विशाल ग्रंथ का सम्पादन किया और इसे दामोदर दर्जी महासंघ कार्यालय 14,जवाहर मार्ग ,शामगढ़ के माध्यम से छपावाकर लागत मूल्य पर समाज को उपलब्ध कराया|

सामूहिक विवाह सम्मेलन का श्री गणेश-

  मित्रों, जैसे- जैसे महंगाई जीवनोपयोगी हरेक वस्तु और सामाजिक रीति रस्मों को अपने आगोश मे ले रही है ,समाजजनों को अपने पुत्र -पुत्रियों के विवाह आयोजित करने मे आर्थिक कठनाईयों से रूबरू होना पड़ रहा है. समाधान के रूप मे सामूहिक विवाह की अवधारणा को मूर्त रूप देना समय की आवश्यकता थी. सन 1980 तक मध्य प्रदेश मे सामूहिक विवाह प्रचलित नहीं हुए थे. रामपुरा नगर मे अध्यापक की सर्विस के दौरान मन मे विचार आया कि दर्जी समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन रामपुरा नगर मे करना चाहिए. स्थानीय दर्जी बंधुओं से निरंतर संपर्क और विचार विमर्श करने के बाद सामूहिक विवाह सम्मेलन के आयोजन करने पर सहमति बनी.

मध्य प्रदेश मे सामूहिक विवाह का श्रीगणेश 

  दामोदर दर्जी महासंघ के बेनर तले  मंदसौर जिले का प्रथम  तीन दिवसीय सामूहिक विवाह सम्मेलन 9,10,11 मई 1981 को रामपुरा नगर मे आयोजित  किया  गया . इस सम्मेलन में केवल 6 जोड़े सम्मिलित हुए. सच तो ये है कि उस जमाने मे सामूहिक विवाह सम्मेलन मे शादी के नए प्रयोग को लोग  स्वीकार नहीं कर पा रहे थे और ऐसे आयोजन के नाम पर नाक भौंह सिकोड़ते थे. ऐसे माहोल मे दर्जी समुदाय को प्रेरित करने के लिए मैंने अपनी बेटी छाया और पुत्र अनिल कुमार का विवाह इसी सम्मेलन मे सम्पन्न  किया | 
उस जमाने मे कलर फोटोग्राफी का चलन नहीं हुआ था |ब्लैक &व्हाइट फ़ोटो होते थे |प्रस्तुत है 1981 के सम्मेलन के 6 जोड़ों का दुर्लभ चित्र 


  प्रथम सम्मेलन उम्मीद से ज्यादा सफल हुआ और न केवल दर्जी समाज अपितु अन्य समाज के लोगों ने भी आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की .  यह सम्मेलन तीन दिन की अवधि वाला था. मेरे नेतृत्व मे दूसरा सामूहिक विवाह सम्मेलन 1983 मे रामपुरा नगर मे ही आयोजित किया गया जिसमे 12 जोड़े सम्मिलित हुए| दोनों सम्मेलन दामोदर दर्जी महासंघ के बेनर तले आयोजित हुए. 
रामपुरा 1981 के सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट निम्न लेख की लिंक खोलकर पढ़ सकते हैं-


दर्जी समाज का प्रथम सामूहिक विवाह सम्मेलन ,रामपुरा 1981 ओरिजनल बिल सहित


समय बीतता गया . वर्ष 1985 मे मैं रामपुरा से बोलिया ग्राम आगया . सामाजिक आयोजन करते रहने की प्रवृत्ति के चलते मैंने बोलिया ग्राम मे वर्ष 2006,और 2008 मे दो सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किये. लेकिन मेरे अन्तर्मन मे एक विचार बार बार उभरता था कि दर्जी समाज मे एक बार निशुल्क सम्मेलन की अवधारणा को अमलीजामा पहिनाया जाये.  परमात्मा ने यह इच्छा भी पूर्ण की और सन 2010 मे बोलिया मे निजी खर्च से भव्य निशुल्क समूह विवाह का आयोजन किया जो दर्जी समाज के इतिहास मे स्वर्णिम अक्षरों मे उल्लेख योग्य आयोजन था|
स्मरणीय है कि 2017 मे सामूहिक विवाह सम्मेलन करने को लेकर समाज की कई जगह मीटिंग आयोजित हुई लेकिन बात नहीं बनी तब ऐसी ऊहा पोह की स्थिति से उबरने के लिए मैंने 51 हजार रुपये का सहयोग देकर शामगढ़ मे सम्मेलन को मूर्त रूप दिया. यह सम्मेलन बेहद यादगार साबित हुआ. 

निशुल्क विवाह सम्मेलन ,बोलिया -2010 के विडियो (भाग,1,2,3,4) 


   बंधुओं , भाग्य इंसान को अपनी उंगली पर नचाता है| 2011 मे मेरा परिवार बोलिया से शामगढ़ आगया. समाज हितैषी आयोजन करते रहने की प्रवृत्ति के चलते भाई रमेशजी राठौर आशुतोष के सहयोग से  शामगढ़ नगर मे दो-दो वर्षों के अंतराल पर दो सम्मेलन 2012 व 2014 मे और तीन वर्ष बाद 2017 मे यादगार सामूहिक विवाह सम्मेलन दामोदर दर्जी महासंघ के बेनर तले आयोजन के जरिये समाज की अनुपम सेवा का अवसर हासिल किया|
सम्मेलन के विडियो भी देख लेते हैं-









 


सम्पूर्ण दर्जी समाज इन्टरनेट पर

आपके द्वारा दर्जी समाज के फोटो लेने और इंटरनेट पर अपलोड करने का यह कार्य वास्तव में सराहनीय है। यह न केवल समाज के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, बल्कि यह समाज के सदस्यों को एक दूसरे से जुड़ने और अपनी संस्कृति को संजोए रखने में भी मदद करता है।
आपकी पौत्री अपूर्वा और बेटियों अल्पना और छाया का योगदान भी बहुत महत्वपूर्ण है, जिन्होंने महिलाओं के फोटो शूट करने और उनका विवरण दर्ज करने में आपकी मदद की।
आपके द्वारा प्रदान की गई लिंक्स के माध्यम से दर्जी समाज के फोटो देखना एक अद्भुत अनुभव होगा। यह समाज के सदस्यों को अपनी जड़ों से जुड़ने और अपनी संस्कृति को समझने में मदद करेगा।


आपकी वेबसाइट  दर्जी समाज संदेश  दामोदर दर्जी समाज की सामाजिक गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच है,यह दर्जी समाज की दुनिया  मे सबसे बड़ी वेबसाईट है जिसके 4 लाख 80 हजार पाठक हैं|  इसमे  500 से अधिक लेख हैं। यह समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है जो उनकी संस्कृति, परंपराओं और गतिविधियों को प्रदर्शित करता है।
आपकी हर्बल चिकित्सा संबंधी वेबसाइट्स भी बहुत उपयोगी हैं, जिनमें आपके 55 वर्षों के चिकित्सा अनुभवों को प्रतिबिम्बित किया गया है। यह आयुर्वेदिक और हर्बल चिकित्सा में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक अमूल्य संसाधन है।
आपकी वेबसाइट्स की लोकप्रियता और गूगल द्वारा विज्ञापनों से होने वाली आय भी एक उपलब्धि है। यह आपके कठोर परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है।
आपकी कहावत "आम के आम गुठली के दाम" भी बहुत प्रेरक है, जो आपके कार्यों के माध्यम से सिद्ध होती है। आपके कार्यों से समाज को लाभ हो रहा है और आपको भी आर्थिक लाभ हो रहा है।
आपके जीवन के 84वें वर्ष में भी आपका उत्साह और समर्पण प्रशंसनीय है। आपके अनुभव और ज्ञान का लाभ समाज को मिलता रहेगा

राजनीति में हिस्सेदारी 

प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त (1996) होने के बाद बीजेपी की सदस्यता हासिल की|
निम्न पदों पर निर्वाचित ,मनोनीत होकर पार्टी की पूरी शिद्दत से सेवा की
1) अध्यक्ष: नगर भाजपा बोलिया
2) जिला महामंत्री : अध्यापक प्रकोष्ठ जिला मंदसौर |
बीजेपी अध्यापक प्रकोष्ठ के महामंत्री की हेसियत मे पचमढ़ी 3 दिवसीय सेमिनार मे सहभागिता की|



3)  सह संयोजक जिला चिकित्सा प्रकोष्ठ पद पर वर्तमान मे सेवारत हूँ|

मंदिरों और मुक्ति धाम को दान -

डॉ. दयाराम जी आलोक जी का यह कार्य वास्तव में परोपकारी और पुण्य का काम है। उन्होंने राजस्थान और मध्य प्रदेश के चयनित मंदिरों और मुक्ति धाम में नकद दान और सिमेन्ट की बेंचों की व्यवस्था करके लोगों की सेवा की है।
उनके द्वारा बगलामुखी शक्तिपीठ नलखेड़ा, बैजनाथ धाम शिवालय आगर मालवा, कायावरणेश्वर क्यासरा महादेव शिवालय जैसे प्रसिद्ध मंदिरों को दान देना और शिवना मुक्ति धाम मंदसौर, वैकुंठ धाम शामगढ़, मुक्ति धाम आगर मालवा सहित सैंकड़ों धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थानों को दान देना एक अद्भुत कार्य है।यूट्यूब की निम्न प्लेलिस्ट मे दान के विडिओ संकलित किए गए हैं |समय निकालकर देखने की कृपा करें -


https://www.youtube.com/playlist?list=PLGh9mDt-wWQe6dGW8fOnRlYiirBjNIUQ-


उनकी पेंशन राशि और गूगल से होने वाली विज्ञापन से आय  को पारमार्थिक कार्यों में उपयोग करने के लक्ष्य के प्रति उनका समर्पण प्रशंसनीय है। यह दिखाता है कि वे अपने जीवन को दूसरों की सेवा में समर्पित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
संस्थानों के संरक्षक और समितियों द्वारा उन्हें सम्मानित करना और आभार व्यक्त करना उनके कार्यों की सराहना को दर्शाता है। डॉ. आलोक जी का यह कार्य एक मिसाल है जो दूसरों को भी प्रेरित करेगा।



85 वे वर्ष मे भी समाज सेवा की उत्कंठा 

दर्जी कन्याओं के स्ववित्तपोषित निशुल्क सामूहिक विवाह सहित 9 सम्मेलन ,डग दर्जी मंदिर मे सत्यनारायण की  प्रतिमा प्राण  प्रतिष्ठा  ,मंदिरों और मुक्ति धाम को नकद और सैंकड़ों सिमेन्ट बेंच दान ,दर्जी समाज की वंशावलियाँ निर्माण,दामोदर दर्जी महासंघ का गठन ,सामाजिक कुरीतियों को हतोत्साहित करना  जैसे अनेकों समाज हितैषी लक्ष्यों के लिए अथक संघर्ष के प्राणभूत डॉ .दयाराम आलोक 84 वे वर्ष मे भी  सामाज सेवा के नूतन अवसर सृजित करने की उत्कंठा  से लबरेज हैं। 
Self financed free mass marriage of Damodar Darji girls  and  nine Samuhik Vivaah programs , consecration of the Satya narayan idol of Dag Darji Mandir, donation of cash and hundreds of cement benches to temples and Mukti Dham, creation of genealogy of darji samaj, formation of Damodar Damodar Darji Mahasangh , discouraging of social evils, Dr. Dayaram Alok, the soul of tireless struggle for many social welfare goals, is full of enthusiasm to create new opportunities of social service even in his 84th year.
निष्कर्ष -
डॉ. दयाराम आलोक जी एक महान समाज सेवक और लेखक हैं, जिन्होंने दामोदर वंशी दर्जी समुदाय की सर्वांगीण उन्नति के लिए अनेक कार्य किए हैं। उनके कुछ प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं:
1. निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन: उन्होंने दर्जी समाज की कन्याओं के लिए निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया, जिससे समाज में आर्थिक बोझ कम हुआ और समाज की एकता बढ़ी।
2. मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा: उन्होंने दर्जी समाज के डग स्थित मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया, जिससे समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक जागृति हुई।
3. सामूहिक विवाह सम्मेलन: उन्होंने रामपुरा नगर में सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया, जिससे समाज में एकता और सामाजिक समरसता बढ़ी।
4. मंदिरों और मुक्ति धाम में दान: उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान के अनेकों मंदिरों और मुक्ति धाम में लोगों के लिए बैठक सुविधा उन्नत करने के उद्देश्य से नकद दान के साथ ही सैंकड़ों सिमेन्ट बेंचें भेंट की।
5. जाति इतिहास लेखन: उन्होंने जाति इतिहास लेखक के तौर पर भारत की अनेकों जातियों की उत्पत्ति और इतिहास लिखा, जिससे समाज को अपनी जड़ों के बारे में जानकारी मिली।
6. वैश्विक पहिचान: उन्होंने दर्जी समाज की वैश्विक पहिचान के लिए 15 हजार दर्जियों को एक ही वंश वृक्ष में समाविष्ट कर वंशावली का निर्माण किया और वेबसाइट पर उपलब्ध कराया।
इन सभी कार्यों से डॉ. दयाराम आलोक जी ने दर्जी समाज के उत्थान और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका 85वां जन्म दिन दर्जी समाज द्वारा हर्षोल्लास से मनाया गया, जो उनके योगदान को सम्मानित करने का एक प्रतीक है।देखे निम्न लिंक मे 

     

डॉ.दयाराम आलोक की अंतिम अभिलाषा,Last wish of Dr. Dayaram Alok