शामगढ कस्बे में पुरालाल जी राठौर के कुल में जन्म ११ अगस्त सन १९४० ईस्वी। रेडीमेड वस्त्र बनाकर बेचना पारिवारिक व्यवसाय था।हाईस्कूल परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के बाद सन १९६१ में शासकीय सेवा में अध्यापक के पद पर नियुक्त।सन १९६९ में राजनीति विषय से एम.ए. किया। चिकित्सा विषयक उपाधियां आयुर्वेद रत्न और होम्योपैथिक उपाधि D I Hom ( London) अर्जित कीं।
बहुआयामी व्यक्तित्व:सामाजिक कार्यों की विस्तृत श्रृंखला
दर्जी समाज के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के उद्देश्य से डॉ. दयारामजी आलोक ने अखिल भारतीय दामोदर दर्जी महासंघ का गठन 14 जून 1965 को किया|आपके कुशल नेतृत्व मे डग के दर्जी मंदिर मे मूर्ति- प्राण -प्रतिष्ठा उत्सव 23 जून 1966 को आयोजित हुआ था| दर्जी समाज की वैश्विक पहिचान के लिए सैंकड़ों वंशावलियाँ बनाकर इन्टरनेट पर उल्लेखित की | आपने दर्जी समाज मे सामूहिक विवाह सम्मेलन की परंपरा का श्री गणेश किया तथा निज वित्त पोषित पहला निशुल्क सामूहिक सम्मेलन बोलिया ग्राम मे आयोजित किया| दान की भावना को साकार करते हुए आलोकजी ने मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई मुक्तिधाम और मंदिरों के लिए आर्थिक सहयोग करते हुए सैंकड़ों सीमेंट की बेंचें भेंट की|
-कवि हृदय डॉक्टर दयाराम आलोक की लगभग 150 रचनाएँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं मे प्रकाशित हुई हैं|
अखिल भारतीय दामोदर दर्जी महासंघ का गठन -
दर्जी समाज के महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यों को संगठित ढंग से संपादित करने तथा सामाजिक फ़िजूल खर्ची रोकने के उद्देश्य से दयारामजी आलोक ने अपने कुछ घनिष्ठ साथियों के सहयोग से 14/6/1965 को पूरालालजी राठौर के आवास पर प्रथम अधिवेशन आयोजित कर "दामोदर दर्जी युवक संघ" का गठन किया तथा एक कार्यकारिणी समिति बनाई। कालांतर मे विस्तृत होकर यह दर्जी युवक संघ "अखिल भारतीय दामोदर दर्जी महासंघ" के नाम से अस्तित्व में है।
दामोदर दर्जी महासंघ की स्थापना में मुझे शामगढ के-
डॉ. लक्ष्मीनारायण जी अलौकिक ,
श्री रामचन्द्र जी सिसौदिया ,
श्री शंकरलालजी राठौर,
श्री कंवर लाल जी सिसौदिया,
श्री गंगाराम जी चोहान शामगढ़,
श्री रामचंद्रजी चौहान मनासा ,
श्री कन्हैयालालजी परमार गुराड़िया नरसिंग,
श्री प्रभुलालजी मकवाना मोडक,
श्री देवीलालजी सोलंकी शामगढ़ बोलिया वाले का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ। मैने संघ का संविधान सन १९६५ में लिपिबद्ध किया और डॉ. लक्ष्मीनारायणजी अलौकिक के माध्यम से रसायन प्रेस दिल्ली से छपवाकर प्रचारित-प्रसारित किया|
दामोदर दर्जी महासंघ का प्रथम अधिवेशन १४ जुन १९६५ को शामगढ में पूरालालजी राठौर के निवास पर हुआ ।अधिवेशन में 134 दर्जी बंधु उपस्थित हुए। इस अधिवेशन मे श्री रामचन्द्रजी सिसोदिया को अध्यक्ष , श्री दयाराम जी आलोक को संचालक,और श्री सीताराम ज्री संतोषी को कोषाध्यक्ष बनाया गया। सदस्यता अभियान चलाकर ५० नये पैसे वाले सैंकडों सदस्य बनाये गये।
दामोदर दर्जी महासंघ का प्रथम अधिवेशन १४ जुन १९६५ को शामगढ में पूरालालजी राठौर के निवास पर हुआ ।अधिवेशन में 134 दर्जी बंधु उपस्थित हुए। इस अधिवेशन मे श्री रामचन्द्रजी सिसोदिया को अध्यक्ष , श्री दयाराम जी आलोक को संचालक,और श्री सीताराम ज्री संतोषी को कोषाध्यक्ष बनाया गया। सदस्यता अभियान चलाकर ५० नये पैसे वाले सैंकडों सदस्य बनाये गये।
दर्जी समाज के भगवान सत्यनारायण मंदिर डग का प्राण प्रतिष्ठा उत्सव
सभी दर्जी बंधुओं को मंदिर मे बैठक के लिए आमंत्रित किया |रात को 9.15 बजे बैठक प्रारभ हुई | अपने उद्बोधन मे मैंने दर्जी बंधुओं से निवेदन किया कि भगवान की प्रतिमा 7 वर्ष से बाहर रखी हुई है और प्राणप्रतिष्ठा के अभाव मे पूजा कार्य बंद पड़ा है|अगर दर्जी समाज डग सर्वसम्मति से मुझे अनुमति देते हुए अधिकृत करें तो दामोदर दर्जी महासंघ के माध्यम से समाज से चंदा संग्रह की मुहिम शुरू की जावे| पर्याप्त चर्चा और विचार विमर्श के बाद डग के दर्जी बंधुओं ने अपने हस्ताक्षरयुक्त एक लिखित प्रस्ताव पारित कर मंदिर उध्यापन कार्य मेरे नेतृत्व मे दामोदर दर्जी महासंघ के सुपुर्द कर दिया |
मित्रों,उस समय मेरी आयु यही कोई 25 वर्ष रही होगी| दर्जी बंधुओं द्वारा मेरी कार्यक्षमता पर विश्वास कर डग मंदिर उध्यापन का महत्वपूर्ण कार्य मेरे सुपुर्द कर देना मेरे जीवन की सबसे बड़ी सामाजिक उपलब्धियों की प्रथम कड़ी मानी जा सकती है|
तुलसीदासजी रामचरित मानस मे लिखते हैं -
जासु कृपा सु दयाल||
मूक होई वाचाल, पंगु चढ़ै गिरिवर गहन।
भावार्थ-
जिनकी कृपा से गूँगा बहुत बोलने वाला हो जाता है और लँगड़ा-लूला दुर्गम पहाड़ पर चढ़ जाता है ,
मंदिर कार्य सिद्धि हेतु युवक संघ के कार्यकर्त्तागण और समाज के वरिष्ठ लोग इस चुनौती को युद्धस्तर पर लेते हुए गाँव -गाँव ,शहर -शहर सामाजिक संपर्क पर निकल पड़े और उध्यापन के लिए चन्दा एकत्र करने लगे|
मित्रों,अविश्वसनीय तो लगता है मगर प्रभु की अदृश्य अनुकंपा के चलते सिर्फ 1 माह 8 दिन की छोटी सी अवधि मे पर्याप्त धन संग्रहीत होकर 23 जून 1966 को उध्यापन कार्यक्रम आयोजित हो गया| यहाँ बताते चलें कि 1966 मे सोने का भाव 73 रुपये 75 पैसे का 10 ग्राम था| उस समय दर्जी बंधुओं ने जो आर्थिक सहयोग दिया उसे सोने के भाव के परिप्रेक्ष्य मे तुलनात्मक रूप से देखें|
एकत्रित चन्दा राशि मैंने डग मंदिर के कोषाध्यक्ष श्री कन्हैयालालजी पँवार के सुपुर्द की |
उध्यापन की आमंत्रण पत्रिका छपवाकर पूरे समाज को उध्यापन समारोह हेतु आमंत्रित किया गया|
मित्रों,उस समय मेरी आयु यही कोई 25 वर्ष रही होगी| दर्जी बंधुओं द्वारा मेरी कार्यक्षमता पर विश्वास कर डग मंदिर उध्यापन का महत्वपूर्ण कार्य मेरे सुपुर्द कर देना मेरे जीवन की सबसे बड़ी सामाजिक उपलब्धियों की प्रथम कड़ी मानी जा सकती है|
तुलसीदासजी रामचरित मानस मे लिखते हैं -
जासु कृपा सु दयाल||
मूक होई वाचाल, पंगु चढ़ै गिरिवर गहन।
भावार्थ-
जिनकी कृपा से गूँगा बहुत बोलने वाला हो जाता है और लँगड़ा-लूला दुर्गम पहाड़ पर चढ़ जाता है ,
मंदिर कार्य सिद्धि हेतु युवक संघ के कार्यकर्त्तागण और समाज के वरिष्ठ लोग इस चुनौती को युद्धस्तर पर लेते हुए गाँव -गाँव ,शहर -शहर सामाजिक संपर्क पर निकल पड़े और उध्यापन के लिए चन्दा एकत्र करने लगे|
मित्रों,अविश्वसनीय तो लगता है मगर प्रभु की अदृश्य अनुकंपा के चलते सिर्फ 1 माह 8 दिन की छोटी सी अवधि मे पर्याप्त धन संग्रहीत होकर 23 जून 1966 को उध्यापन कार्यक्रम आयोजित हो गया| यहाँ बताते चलें कि 1966 मे सोने का भाव 73 रुपये 75 पैसे का 10 ग्राम था| उस समय दर्जी बंधुओं ने जो आर्थिक सहयोग दिया उसे सोने के भाव के परिप्रेक्ष्य मे तुलनात्मक रूप से देखें|
दर्जी मंदिर डग के मूर्ति - प्रतिष्ठा समारोह 1966 हेतु दान दाताओं की नामावली भी देखें
उध्यापन की आमंत्रण पत्रिका छपवाकर पूरे समाज को उध्यापन समारोह हेतु आमंत्रित किया गया|
दर्जी समाज के डग स्थित मंदिर में भगवान सत्यनारायण की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा-
साहित्य सृजन-
मित्रों, साहित्य सृजन क्षेत्र मे मेरे अग्रज स्व.डॉ.लक्ष्मीनारायणजी अलौकिक ने मार्गदर्शन किया और मेरी शुरुआती कविता"तुमने मेरी चिर साधों को झंकृत और साकार किया है" को अपने संपादकीय मे बिकानर से प्रकाशित होने वाली पत्रिका "स्वास्थ्य सरिता" मे प्रकाशित किया |काव्य रचना अनवरत चलती रही और करीब 150 काव्य कृतियां विभिन्न पत्र पत्रिकाओं मे प्रकाशित हुई हैं जिनमे कादंबिनी का नाम भी शामिल है|पाँच कविताओं के लिंक्स प्रस्तुत हैं-
उन्हें मनाने दो दिवाली
आओ आज करें अभिनंदन!
सरहदें बुला रहीं
गाँधी के अमृत वचन हमें अब याद नहीं
सुमन कैसे सौरभीले
मित्रों,दर्जी समाज की आर्थिक बुनियाद सैंकड़ों वर्षों से दयनीय रही है|इस धंधे से बस गुजर बसर ही हो सकता है |फिर परिवार मे किसी की मृत्यु पर मोसर का आयोजन करना गरीब परिवार की आर्थिक रीढ़ को लुंज पुंज कर देता है|इसी को ध्यान मे रखते हुए दामोदर दर्जी महासंघ के प्रथम अधिवेशन 14 जुन् 1965 मे मोसर प्रथा संबन्धित एक प्रस्ताव पर विचार किया गया था और मैंने मोसर नहीं खाने का संकल्प लिया था | इस मामले मे मेरे परिवारजन ने मेरा साथ दिया और तब से मेरा परिवार मृत्युभोज गृहण नहीं करता है|
समाज के परिवारों की जानकारी
(दर्जी परिवार जानकारी गाँव मोड़क| स्थिति-23\6/1966)
लीमड़ी के दर्जी समाज के परिवारों की जानकारी | स्थिति- 23/10/1980
जानकारी संग्रह करने का उपक्रम आज भी अनवरत सक्रियता मे है|इस सिलसिले मे मैंने दाहोद,लिमड़ी,झालोद आदि स्थानो का भी दौरा किया और निर्धारित उक्त फार्म मे परिवारों की जानकारी संगृह की | जब समाज की लगभग पूर्ण जानकारी हासिल हो गई तो मैंने वंशावलियाँ बनाकर दर्जी वेबसाईट पर अपलोड करना शुरू कर दिया |आप दर्जी समाज के प्रमुख परिवारों की जानकारी और वंशावलियां निम्न लिंक मे पढ़ सकते हैं -
दामोदर वंशीय नवा गुजराती दर्जी समाज की प्रमुख वंशावलियाँ
बंधुओ,मेरे अनुज
श्री रमेशचन्द्र जी राठौर"आशुतोष" सामाजिक कार्यों मे वर्षों से अग्रणी रहे हैं| उन्होने समाज की जानकारी की कई स्मारिकाएँ और ग्रंथ प्रकाशित किए हैं|
जो लोग समाज सेवा के प्रति संकल्पित रहे हैं वे यथार्थ मे सम्मान और आदर के पात्र हैं|
सामूहिक विवाह सम्मेलन का श्री गणेश-
मित्रों, जैसे- जैसे महंगाई जीवनोपयोगी हरेक वस्तु और सामाजिक रीति रस्मों को अपने आगोश मे ले रही है ,समाजजनों को अपने पुत्र -पुत्रियों के विवाह आयोजित करने मे आर्थिक कठनाईयों से रूबरू होना पड़ रहा है| अध्यापक की सर्विस के दौरान मैं 1980 मे रामपुरा नगर मे था | उस समय मध्य प्रदेश मे कहीं पर भी समूह विवाह का प्रचलन नहीं था| हाँ राजस्थान मे जरूर कुछेक स्थानो पर सामूहिक विवाह होने लगे थे|मन मे विचार आया कि दर्जी समाज का सामूहिक विवाह रामपुरा नगर मे करना चाहिए|स्थानीय दर्जी बंधुओं से निरंतर संपर्क और विचार विमर्श करने के बाद सामूहिक विवाह सम्मेलन के आयोजन करने पर सहमति बनी|
फलस्वरूप प्रथम सामूहिक विवाह सम्मेलन 9,10,11 मई 1981 को रामपुरा नगर मे रचाया गया |
इस सम्मेलन में केवल 6 जोड़े सम्मिलित हुए| उस जमाने मे सम्मेलन की शादी को लोग अच्छी नजर से नहीं देखते थे और सम्मेलन के नाम पर नाक भौंह सिकोड़ते थे|ऐसे माहोल मे दर्जी बंधुओं को प्रेरित करने के लिए मैंने अपनी बेटी छाया और पुत्र अनिल कुमार का विवाह इसी सम्मेलन मे किया |
पुत्र अनिल कुमार वर्तमान मे डॉ.अनिल कुमार राठौर(वैध्य दामोदर) के नाम से प्रसिद्ध पथरी चिकित्सक की हेसियत मे विख्यात है|
प्रथम सम्मेलन उम्मीद से ज्यादा सफल हुआ और न केवल दर्जी समाज ,अपितु अन्य समाज के लोगों ने भी आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की | यह सम्मेलन तीन दिन की अवधि वाला था| मेरे नेतृत्व मे दूसरा सामूहिक विवाह सम्मेलन 1983 मे रामपुरा नगर मे ही आयोजित किया गया जिसमे 12 जोड़े सम्मिलित हुए| दोनों सम्मेलन दामोदर दर्जी महासंघ के बेनर तले आयोजित हुए|
रामपुरा 1981 के सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट निम्न लेख की लिंक खोलकर पढ़ सकते हैं-
दर्जी समाज का प्रथम सामूहिक विवाह सम्मेलन ,रामपुरा 1981 ओरिजनल बिल सहित
समय बीतता गया |वर्ष 1985 मे मैं रामपुरा से बोलिया ग्राम आगया | सामाजिक आयोजन करते रहने की प्रवृत्ति के चलते मैंने बोलिया ग्राम मे वर्ष 2006,और 2008 मे दो सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किये| लेकिन मेरे अन्तर्मन मे एक विचार बार बार उभरता था कि दर्जी समाज मे एक बार निशुल्क सम्मेलन की अवधारणा को अमलीजामा पहिनाया जाये| परमात्मा ने यह इच्छा भी पूर्ण की और सन 2010 मे बोलिया मे निजी खर्च से भव्य निशुल्क समूह विवाह का आयोजन किया जो दर्जी समाज के इतिहास मे स्वर्णिम अक्षरों मे उल्लेख योग्य आयोजन था|
स्मरणीय है कि 2017 मे सामूहिक विवाह सम्मेलन करने को लेकर समाज की कई जगह मीटिंग आयोजित हुई लेकिन बात नहीं बनी तब ऐसी ऊहा पोह की स्थिति से उबरने के लिए मैंने 51 हजार रुपये का सहयोग देकर शामगढ़ मे सम्मेलन को मूर्त रूप दिया |यह सम्मेलन बेहद यादगार साबित हुआ|
निशुल्क विवाह सम्मेलन ,बोलिया -2010 के विडियो (भाग,1,2,3,4)
बंधुओं , भाग्य इंसान को अपनी उंगली पर नचाता है| 2011 मे मेरा परिवार बोलिया से शामगढ़ आगया |सामाज हितैषी आयोजन करते रहने की प्रवृत्ति के चलते भाई रमेशजी राठौर आशुतोष के कर्मठ सहयोग से आप्लावित होकर शामगढ़ नगर मे दो-दो वर्षों के अंतराल पर दो सम्मेलन 2012, 2014 मे और तीन वर्ष बाद 2017 मे यादगार सामूहिक विवाह सम्मेलन दामोदर दर्जी महासंघ के बेनर तले आयोजन के जरिये समाज की अनुपम सेवा का अवसर हासिल किया|
सम्मेलन के विडियो भी देख लेते हैं-
सम्पूर्ण दर्जी समाज इन्टरनेट पर
बंधुओं,कहावत है कि 100 शब्द से एक चित्र ज्यादा संदेश देने वाला होता है| विगत 15 वर्षों से मैं अपने केमरे से दर्जी समाज के व्यक्तियों के फोटो खींच रहा हूँ | सामाजिक रीति रस्म -सगाई,शादी,मोसर मे जाने का मेरा एक उद्देश्य दर्जी बंधुओं के फोटो लेने और बाद मे उन्हें सुधारकर इंटरनेट पर अपलोड करना रहता है|लगभग 5 हजार से ज्यादा फोटो आज नेट पर मौजूद हैं| घर बैठे समाज गंगा का दर्शन करने का यह एक जबर्दस्त तरीका है|
पुरुषों के फोटो तो मैं ले लेता हूँ लेकिन महिलाओं के फोटो लेने मे दिक्कत होती है |
बंधुओं,कहावत है कि 100 शब्द से एक चित्र ज्यादा संदेश देने वाला होता है| विगत 15 वर्षों से मैं अपने केमरे से दर्जी समाज के व्यक्तियों के फोटो खींच रहा हूँ | सामाजिक रीति रस्म -सगाई,शादी,मोसर मे जाने का मेरा एक उद्देश्य दर्जी बंधुओं के फोटो लेने और बाद मे उन्हें सुधारकर इंटरनेट पर अपलोड करना रहता है|लगभग 5 हजार से ज्यादा फोटो आज नेट पर मौजूद हैं| घर बैठे समाज गंगा का दर्शन करने का यह एक जबर्दस्त तरीका है|
पुरुषों के फोटो तो मैं ले लेता हूँ लेकिन महिलाओं के फोटो लेने मे दिक्कत होती है |
मेरी पौत्री अपूर्वा ने बहुत हद तक मेरी इस समस्या को भी हल कर दिया | महिलाओं के फोटो शूट करने और रजिस्टर मे उनका विवरण दर्ज करने का काम मेरी पौत्री अपूर्वा तथा बेटी अल्पना और छाया ने किया है|
दर्जी समाज के फोटो की एल्बम की कुछ लिंक्स देता हूँ-
दामोदर दर्जी समाज के फोटो
दर्जी महिला समाज
दर्जी समाज पिक्चर्स
दर्जी बंधुओं को सम्मानित करने के चित्र
दर्जी यात्रा चित्र
दामोदर दर्जी समाज की सामाजिक गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करने वाली मेरी वेबसाईट दुनियाँ की दर्जी समाज की सबसे बड़ी वेबसाईट है इसमे 500 से भी ज्यादा लेख हैं|लिंक नीचे दे रहा हूँ-
वाट्सएप पर एक ग्रुप है" दामोदर वंशावली "।इस ग्रुप के माध्यम से फोटो कैसे देखना है ,सभी तरीके बताता रहता हूँ|
जीवन के 84 वें वर्ष मे शारीरिक दुर्बलता स्वाभाविक है |इसलिए सामाजिक रीति -रस्मों मे मेरी उपस्थिति आहिस्ता-आहिस्ता कम होती जा रही है|लेकिन अन्तर्मन समाज सेवा के नूतन अवसर सृजित करने के अरमान सँजोये हुए है|
डॉ.दयाराम आलोक के 79 वे जन्म दिन उत्सव का विडियो
मित्रों ,मैंने अपनी हर्बल चिकित्सा संबंधी वेबसाईट्स में अपने 55 वर्षों के चिकित्सा अनुभवों को प्रतिबिम्बित किया है|मेरे हजारों चिकित्सा -आलेखों के लाखों पाठक पूरे विश्व मे मौजूद हैं|आप भी हर्बल चिकित्सा के अत्यंत उपयोगी लेखों का लाभ ले सकते हैं|
पढ़ें ,समझलें नुस्खे खास
डाक्टर,वैद न आवे पास||
हर्बल चिकित्सा की मेरी तीन वेबसाईट्स हैं जिनके पते की लिंक्स नीचे दे रहा हूँ |प्रत्येक ब्लॉग मे लगभग 500 लेख हैं |
उपचार और आरोग्य
घरेलू आयुर्वेद
अध्यात्म,जाति इतिहास,जनरल नोलेज
ज्ञातव्य है कि मेरी कुल 6 वेबसाईट्स पर गूगल कंपनी विज्ञापन डालती है और इन विज्ञापनो से गूगल को जो आय होती है उसका 68% मुझे पेमेंट होता है| "आम के आम गुठली के दाम " कहावत चरितार्थ होना मेरे लिए सुखकारी अनुभव है|
राजनीति में हिस्सेदारी
प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त (1996) होने के बाद बीजेपी की सदस्यता हासिल की|
निम्न पदों पर निर्वाचित ,मनोनीत होकर पार्टी की पूरी शिद्दत से सेवा की
1)*अध्यक्ष: नगर भाजपा बोलिया
2)*जिला महामंत्री : अध्यापक प्रकोष्ठ जिला मंदसौर |
बीजेपी अध्यापक प्रकोष्ठ के महामंत्री की हेसियत मे पचमढ़ी 3 दिवसीय सेमिनार मे सहभागिता की|
3) सह संयोजक जिला चिकित्सा प्रकोष्ठ पद पर वर्तमान मे सेवारत हूँ|
आदरणीय रमेशजी मकवाना से लंबी बातचीत हुई जिसे एक साक्षात्कार कहा जा सकता है ,उसके कतिपय संकलित अंश निम्न लिंक मे पढ़ें -
पत्नी के देहावसान पर मोसर करने का फैसला-
बंधुओं ,25 सितम्बर, 2018 को
मित्रों, हमारे आमंत्रित मेहमान देव तुल्य होते हैं ,उनका सत्कार संतुष्टिकारक मिठाईयुक्त भोजन से ही करना कर्तव्य है|अपने सामर्थ्यानुसार मोसर मे मेहमान आमंत्रित करना चाहिए|कम संख्या मे भी मेहमानों को मिठाईयुक्त भोजन उपलब्ध कराने की स्थिति ना हो तो फिर साग पूड़ी का विकल्प उचित है|
ज्ञान मंदिर प्रकल्प हेतु आर्थिक सहयोग-
श्री राम शर्मा आचार्य के अनमोल विचारों के साहित्य के प्रचार प्रसार हेतु गायत्री शक्तिपीठ शामगढ़ के परिसर मे ज्ञान मंदिर प्रकल्प निर्माण हेतु आर्थिक सहयोग के रूप मे 51 हजार रुपये अर्पित किए |ज्ञान मंदिर प्रतिष्ठान के शुभारंभ के अवसर की तस्वीर और विडियो प्रस्तुत है-
हिन्दू मन्दिरों और मुक्तिधाम को दान का सिलसिला
दर्जी समाज के विडियो की लिंक्स-
गायत्री शक्तिपीठ की संस्कारशाला के बालकों को परितोषिक वितरण
Free Darji mass marriage programme ,Boliya M.P. (Video Part-1)
दर्जी निशुल्क समूह विवाह उत्सव बोलिया (PART 2)
निशुल्क दर्जी समूह विवाह सम्मेलन,बोलिया(पार्ट 3)
निशुल्क दर्जी समूह विवाह सम्मेलन,बोलिया,video (पार्ट 4)
Glimpses of Damodar Mahila Sangeet
Alpana and Vinod Chouhan in Damodar Mahila Sangeet
Neha and Deepesh Darji in Damodar Mahila Sangeet,Shamgarh
छाया पँवार दामोदर महिला संगीत मे
Aishwarya chouhan in Damodar Mahila SangeetArpita Rathore in Damodar Mahila Sangeet
Sunita in Damodar Mahila Sangeet
Apurva in Damodar Mahila Sangeet
दामोदर दर्जी समूह विवाह उत्सव शामगढ़ -2017, मे पाणिगृहण संस्कार
Arpita Apurva Sadhna in Damodar Mahila Sangeet
Richa Kumari in Damodar Mahila Sangeet
Inaugaration of Gyan Mandir at Gayatri Shaktipeeth Shamgarh by Dr.Aalok
Soma Parmar In Damodar Mahila Sangeet
Chaya and sisters in Damodar Mahila Sangeet
Video of Pictures from Apurva-Vineet Marriage
Free Darji mass marriage programme ,Boliya M.P. (Video Part-1)
Sadhana Jhabua in Damodar Mahila Sangeet
Darzi mass marriage ,Shamgarh -Video part 3
दामोदर दर्जी सम्मेलन मे विशिष्ट अतिथि सम्मान समारोह,शामगढ़-2017
Darji samuhik vivah sammelan Shamgarh 2014 video clip
Dr Dayaram Aalok's nav grih pravesh.AVI
Damodar Darji Samuhik Vivah Sammelan -2014 ,Shamgarh
Dileep Deshbhakt in Damodar mahila sangeet
डॉ.दयाराम आलोक का जन्म दिवस उत्सव
Soma Ranapur in Damodar Mahila Sangeet
Darji Samaj 9th Samuhik Vivah Sammelan Shamgarh -2017
Sadhana Jhabua in Damodar Mahila Sangeet
Apurva - Vineet Marriage photography video
Glimpses of Damodar Mahila Sangeet
Piyush Solanki Neemuch in Damodar mahila sangeet
Apurva -Vineet Wedding Reception susner
shiv hanuman temple shamgarh
Rajesh Yadav in Darji Sammelan Shamgarh
Gayatri Shakti Peeth Shamgarh Video
Apurva Vineet marrriage reception programme
Ritika Rathore in Damodar Mahila Sangeet
Darji Mass Marriage programme shamgarh -Video
दर्जी सामूहिक विवाह सम्मेलन ,शामगढ़ -Video clip
दर्जी समाज के विडियो की लिंक्स-
गायत्री शक्तिपीठ की संस्कारशाला के बालकों को परितोषिक वितरण
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दर्जी निशुल्क समूह विवाह उत्सव बोलिया (PART 2)
निशुल्क दर्जी समूह विवाह सम्मेलन,बोलिया(पार्ट 3)
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